पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ 17 जून को सुबह 04 बजकर 43 मिनट से होगा। वहीं, इसका समापन 18 जून को सुबह 06 बजकर 24 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि का अधिक महत्व है। ऐसे में निर्जला एकादशी व्रत 18 जून को रखा जाएगा। Nirjala Ekadashi Wishes, Quotes, Images, Hardik Shubhkamnaye In Hindi: सनातन धर्म में निर्जला एकादशी सबसे खास मानी जाती है। इस दिन व्रती कठोर व्रत रखते हैं और विधि विधान भगवान विष्णु की अराधना करते हैं। इस साल निर्जला एकादशी 18 जून को मनाई जाएगी। इस शुभ अवसर पर आप अपनों को ये भक्तिमय मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज और कोट्स के जरिए निर्जला एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं दे सकते है।
‘ॐ लक्ष्मी नारायण नमो नमः’ निर्जला एकादशी का व्रत करने वालों को मिलती है पापों से मुक्ति, आओ सब मिलकर करें भगवान विष्णु की भक्ति आपको निर्जला एकादशी की शुभकामनाएं
निर्जला एकादशी का व्रत करता है भवसागर के पार, सच्चे मन में सभी करें ये व्रत एक बार, निर्जला एकादशी 2023 की बधाई
भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी आपको सुख, शांति, समृद्धि, यश और कीर्ति प्रदान करें, परिवार सहित आपको निर्जला एकादशी 2024 की शुभकामनाएं
ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।। भगवान विष्णु की कृपा आप सभी पर बनी रहे, निर्जला एकादशी 2024 की बहुत-बहुत बधाई
निर्जला एकादशी पूजा विधि
निर्जला एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठें और दिन की शुरुआत श्री हरि के ध्यान से करें। इसके बाद स्नान कर पीले वस्त्र धारण करें। अब मंदिर की सफाई कर गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें। चौकी पर साफ कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की प्रतिमा विराजमान करें। अब उन्हें पीले रंग के फूल और गोपी चंदन अर्पित करें। मां लक्ष्मी को श्रृंगार की चीजें चढ़ाएं। देशी घी का दीपक जलाकर आरती करें। इस समय विष्णु चालीसा का पाठ करें। साथ ही विष्णु स्तोत्र का पाठ और मंत्र का जाप करें। अंत में प्रभु को केला और मिठाई समेत आदि चीजों का भोग लगाएं। अगले दिन पूजा-पाठ कर व्रत खोलें।
Nirjala Ekadashi 2024 Date
इस साल निर्जला एकादशी की तिथि को लेकर थोड़ा असमंजस की स्थिति बनी हुई है। दरअसल, इस साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी दो दिन पड़ रही है, जिसके कारण कंफ्यूजन है कि आखिर 17 या फिर 18 जून कब निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाएगा। बता दें कि हिंदू धर्म में किसी भी व्रत की शुरुआत सूर्योदय के साथ की जाती है। ऐसे में उदया तिथि के हिसाब से ही इस साल निर्जला एकादशी का व्रत रखा जा रहा है। आइए जानते हैं निर्जला एकादशी की सही तिथि, मुहूर्त सहित अन्य जानकारी…
कब है निर्जला एकादशी 2024? (Nirjala Ekadashi 2024 Date)
द्रिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 17 जून को सुबह 04 बजकर 42 मिनट से आरंभ हो रही है,जो 18 जून को सुबह 06 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के आधार पर निर्जला एकादशी व्रत 18 जून को रखा जाएगा।
निर्जला एकादशी 2024 पारण का समय(Nirjala Ekadashi 2024 Date)
निर्जला एकादशी के पारण का समय 19 जून को सुबह 5 बजकर 21 मिनट से 7 बजकर 28 मिनट तक है।
निर्जला एकादशी 2024 महत्व
हिंदू धर्म में निर्जला एकादशी का विशेष महत्व है। इसे कठोर एकादशी के रूप में जाना जाता है। माना जाता है कि जो व्यक्ति साल की चौबीस एकादशी रखने में सक्षम नहीं है, तो वह केवल निर्जला एकादशी का व्रत रख लें। ऐसा करने से दूसरी एकादशियों का भी लाभ मिल जाता है। इस एकादशी में बिना खाएं-पिएं व्रत रखकर विष्णु जी की आराधना की जाती है। इसे पांडव एकादशी और भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जानते हैं।